Saturday, June 2, 2012

Jab bhi ji chaahe nayi duniya basa lete hain log



  Singer Lata Mangeshkar Jab Bhi Ji Chaahe Nai Duniya Basa Lete Hain Log
ek Chehare Pe Kai Chehare Laga Lete Hain Log

yaad Rahata Hai Kise   Guzare Zamaane Ka Chalan
yaad Rahata Hai Kise
sard Pad Jaati Hai Chaahat  Haar Jaati Hai Lagan
ab Mohabbat Bhi Hai Kya,   Ik Tijaarat Ke Siva
ham Hi Naadaan    The Jo Odha     Beeti Yaadon Ka Qafan
varana Jeene Ke Lie Sab Kuch   Bhula Dete Hain Log

jaane Vo Kya Log The  Jinako Vafa Ka Paas Tha
jaane Vo Kya Log The
doosare Ke  Dil Pe Kya Guzaregi  Ye Ehasaas Tha
ab Hain Patthar Ke Sanam   Jinako Ehasaas Na Gum
 vo Zamaana Ab Kahaan Jo  Ahal-E-Dil Ko Raas Tha
ab To Matalab Ke Lie Naam-E-Vafa Lete Hain Log
  जब  भी  जी  चाहे  नई  दुनिया  बसा  लेते  हैं  लोग
एक  चहरे  पे  कई  चहरे  लगा  लेते  हैं  लोग

याद  रहता  है  किसे    गुज़रे  ज़माने  का  चलन
याद  रहता  है  किसे
सर्द  पड़ जाती  है  चाहत   हार  जाती  है  लगन
अब  मोहब्बत  भी  है  क्या ,   इक  तिजारत  के  सिवा
हम  ही  नादाँ     थे  जो  ओढा      बीती  यादों  का  क़फ़न
वरना  जीने  के  लिए  सब  कुछ    भुला  देते  हैं  लोग

जाने  वो  क्या  लोग  थे   जिनको  वफ़ा  का  नाज़  था
जाने  वो  क्या  लोग  थे
दूसरे  के   दिल  पे  क्या  गुज़रेगी   ये  एहसास  था
अब  हैं  पत्थर  के  सनम    जिनको  एहसास  न  गम
वो  ज़माना  अब  कहाँ  जो   अहल -इ -दिल  को  रास  था
अब  तो  मतलब  के  लिए  नाम -ए -वफ़ा  लेते  हैं  लोग

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