Monday, February 13, 2012

Chandan Sa badan chanchal chitwan

चन्दन सा बदन, चंचल चितवन धीरे से तेरा ये मुसकाना मुझे दोष ना देना जगवालों हो जाऊ अगर मैं दीवाना ये काम कमान भवे तेरी पलको के किनारे कजरारे माथे पर सिंदूरी सूरज होठों पे दहकते अंगारे साया भी जो तेरा पड जाए आबाद हो दिल का विराना तन भी सुन्दर, मन भी सुन्दर तू सुन्दरता की मूरत है किसी और को शायद कम होगी मुझे तेरी बहोत जरुरत है पहले भी बहोत दिल तरसा है तू और ना दिल को तरसाना

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